Delhi News: दिल्ली के राजेंद्र नगर में कोचिंग हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. वही कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी जिनकी पहचान तानिया सोनी , श्रेया यादव और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है. पुलिस ने बीएनएस की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (लापरवाही से मृत्यु), 115/2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 290 (इमारतों के निर्माण या मरम्मत करने के संबंध में लापरवाही) और 3/5 (संयुक्त आपराधिक दायित्व जब दो या दो से अधिक व्यक्ति एक समान इरादे से कार्य करते हैं) के तहत एफआईआर दर्ज की है. वही कोचिंग सेंटर का मैनेजमेंट और सिविक एजेंसी के लोग अभी जांच के दायरे में हैं.
सिर्फ स्टोरेज के लिए होना था बेसमेंट का इस्तेमाल
एवीएन न्यूज़ को मिली जानकारी और फायर एनओसी की कॉपी से पता चलता है कि बेसमेंट का इस्तेमाल सिर्फ स्टोरेज के लिए किया जाना था. वही डीएफएस प्रमुख का कहना है कि यह स्पष्ट उल्लंघन है. हम कार्रवाई शुरू करने के लिए डीसीपी और एमसीडी को लिखेंगे. बेसमेंट को स्टोरेज के उद्देश्य से एनओसी दी गई थी, जिसका उन्होंने उल्लंघन किया और छात्रों को बिठा दिया.
पानी निकालने में जुटी एमसीडी
एमसीडी (MCD) सुपरवाइजर ऋषिपाल ने कहा है कि काम लगभग पूरा हो चुका है. और 3-4 इंच पानी सिर्फ बचा है. वही एमसीडी ने सारी मशीनें लगा दी हैं. वही बेसमेंट समेत बिल्डिंग पूरी तरह खाली है. कोई भी फिलहाल फंसा नहीं है. वही हादसे के बाद दिल्ली की मेयर ने भवन उपनियमों का उल्लंघन कर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है.
दिल्ली मेयर ने दिए कार्रवाई के निर्देश
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर (MCD Commissioner) को निर्देश जारी किया हैं. उन्होंने कहा है कि दिल्ली भर में ऐसे सभी कोचिंग सेंटर जो एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में हैं और बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं जो बिल्डिंग उपनियमों (Bye-laws) का उल्लंघन कर रही हैं और मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं, उनके खिलाफ तुरंत ही सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
दिल्ली मेयर ने कहा है कि इस त्रासदी के लिए एमसीडी (MCD) के कोई भी अधिकारी जिम्मेदार हैं या नहीं, इसकी तत्काल जांच की जाएगी. वही दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वही कोचिंग सेंटर के बाहर RAF की यूनिट को तैनात कर दिया गया है.
कोचिंग सेंटर के छात्रों का प्रदर्शन जारी
वही हादसे के बाद से ही कोचिंग सेंटर के बाहर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. वही छात्र एमसीडी और कोचिंग सेंटर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वही प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि एमसीडी (MCD) ने कहा है कि यह आपदा है लेकिन ये पूरी तरह से लापरवाही का मामला है. एक छात्र ने कहा, ‘मैं दो साल से यहां रह रहा हूं. आधा घंटा बारिश होने पर भी यहां घुटनों तक पानी भर जाता है. और ये दो साल से लगातार हो रहा है. आपदा वो होती है जो कभी-कभार होती है लेकिन हम देख रहे हैं कि ये दो साल से लगातार हो रहा है.’
छात्रों ने स्वाति मालीवाल से वापस जाने को कहा
हादसे के बाद रविवार को घटनास्थल पर पहुंचीं आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से वहां मौजूद छात्रों ने वापस जाने के लिए कहा है. वही छात्रों का कहना है कि वे इस मामले में राजनीति नहीं चाहते हैं. वही स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘राजधानी में तीन छात्रों की बेसमेंट में डूबने से हुई मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?’ बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा है कि राजेंद्र नगर में दुर्भाग्यपूर्ण मौतों को टाला जा सकता था.
दिल्ली सरकार ने दिए जांच के आदेश
दिल्ली सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. आम आदमी पार्टी ने अपने ट्वीट में बताया, ‘कल रात राजेंद्र नगर में हुई दर्दनाक दुर्घटना पर मंत्री आतिशी जी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को इस घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर ही रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.’
भाजपा ने आम आदमी पार्टी को घेरा
दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज का दावा है कि नाले की सफाई नहीं हो पाने के कारण बेसमेंट में पानी भर गया है. उन्होंने दावा किया है कि हफ्ते भर से बार-बार यहां के लोग विधायक दुर्गेश पाठक से नाले की सफाई करवाने को कह रहे थे, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया था. उन्होंने कहा है कि यहीं का पानी जाकर बेसमेंट में भर गया है. बांसुरी स्वराज ने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए डाइवर्स (गोताखोरों) की मदद ली गई थी. वही रेस्क्यू के लिए डाइवर्स (Divers) को उतारा गया है तो समझ सकते हैं कि वहां कितनी गंभीर स्थिति होगी. वहीं भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा है कि यहां पर डिसिल्टिंग का काम समय पर नहीं हुआ था. अगर डिसिल्टिंग का काम समय पर हो जाता तो ये दुर्घटना नहीं होती. उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार और विधायक को जवाब देना चाहिए कि डिसिल्टिंग का काम क्यों नहीं हुआ और उसका पैसा कहां गया?
