AVN News Desk New Delhi: बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे के दो दिन बाद ही चिराग पासवान ने एक बड़ा ऐलान किया है. वही लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के चीफ चिराग पासवान अपने पिता की परंपरागत हाजीपुर सीट से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने बुधवार को इसका ऐलान भी कर दिया है.
वही खास बात यह है कि चिराग पासवान के पिता दिवंगत रामविलास पासवान हाजीपुर सीट से 9 बार सांसद रहे चूके है. 1977 के आम चुनाव में रामविलास पासवान ने जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार को सवा चार लाख वोटों के बहुत बड़े अंतर से हरा दिया था. ये पहली बार हुआ था जब किसी नेता ने इतनी बड़ी जीत हासिल की थी. ये जीत इतनी बड़ी थी कि उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज किया गया था.
2019 में हाजीपुर से जीते पशुपति पारस
1977 के चुनाव के बाद से ही हाजीपुर सीट पर रामविलास पासवान का दबदबा बन गया था. 1984 और 2009 का चुनाव छोड़कर वो बाकी सभी चुनावों में यहां से जीते है. वो यहां से 9 बार सांसद रहे है. आखिरी बार रामविलास पासवान ने 2014 में यहां से लोकसभा चुनाव लड़ा था. इसके बाद वो राज्यसभा में चले गए थे. 2019 में उनके छोटे भाई पशुपति पारस ने यहां से सांसद बने थे.
बिहार में 2 दिन पहले ही हुआ था सीटों का बंटवारा
दो दिन पहले (18 मार्च) ही एनडीए में बिहार की लोकसभा सीटों को लेकर बंटवारा हुआ है. इस बंटवारे में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वही जेडीयू के खाते में 16 सीटें आई हैं. चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 लोकसभा सीटें मिली हैं. वहीं जीतनराम मांझी की पार्टी हम (HAM) को 1 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को एक सीट मिली है.
चिराग पासवान के खाते में आईं ये है 5 सीटें
वही चिराग पासवान को इस बार 5 लोकसभा सीटें मिली हैं, जिनमें वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई की सीटे शामिल हैं. हालांकि, फिलहाल इन पांचों सीटों से पशुपति पारस की पार्टी के नेता मौजूदा सांसद हैं. दरअसल रामविलास पासवान के निधन के ही बाद लोजपा में फूट पड़ गई थी. पार्टी में फूट पड़ने के बाद लोजपा के दो गुट हो गए थे, जिनमें एक गुट के मुखिया पशुपति पारस हैं और दूसरे गुट के मुखिया चिराग पासवान हैं. चिराग पासवान फिलहाल खुद जमुई से मौजूदा सांसद हैं. वहीं लोजपा के अन्य सांसदों की बात करें तो हाजीपुर सीट से पशुपति पारस, खगड़िया से महबूब अली कैसर, वैशाली से वीना देवी और समस्तीपुर से प्रिंस राज राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के मौजूदा सांसद हैं.

आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं दी गई
चिराग पासवान के चाचा और RLJP प्रमुख पशुपति पारस को एनडीए के सीट बंटवारे में एक भी सीट नहीं मिली है. इस बात से वह बहुत नाराज भी हैं. पशुपति पारस ने एक दिन पहले ही अपने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है. इस्तीफा देते समय उन्होंने कहा था कि उनके और उनकी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई है.