एवीएन न्यूज डेस्क: राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार गरीबों, मजदूरों, किसानों, पिछड़े वर्गों, आदिवासियों और दलितों की सरकार है और वह उनके दिलों की आवाज सुनती है. उन्होंने आगे कहा है कि आपको बोलने की ज़रूरत नहीं है, हम आपके दिल की आवाज़ सुन सकते हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली संबोधित की. इस दौरान उन्होंने कहा है कि अगर कांग्रेस राज्य में दोबारा जीती तो छत्तीसगढ़ में मौजूदा स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीबों को 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि कृषि भूमिहीन मजदूरों (ग्रामीण क्षेत्रों में) को मौजूदा 7,000 रुपये की जगह हर साल 10 हजार रुपये दिए जाएंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आई तो देश में जाति जनगणना कराई जाएगी.
वहीं, राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार गरीबों, मजदूरों, किसानों, पिछड़े वर्गों, आदिवासियों और दलितों की सरकार है और वह उनके दिलों की आवाज सुनती है. उन्होंने आगे कहा है कि आपको बोलने की ज़रूरत नहीं है, हम आपके दिल की आवाज़ सुन सकते हैं. आज सुबह मैंने और भूपेश बघेल ने किसानों और मजदूरों के लिए कुछ काम किया है और उनसे बात की है. उन्होंने हमें बताया है कि कांग्रेस सरकार ने 5 साल में उनके लिए जो किया है, वह किसी अन्य सरकार ने कभी नहीं किया है.
उन्होंने कहा है कि किसानों और मजदूरों के साथ हमारी बातचीत के दौरान उन्होंने हमें बताया है कि 7 हजार रुपये (राजीव गांधी भूमिहीन किसान न्याय योजना के तहत दी जाने वाली राशि) कम है. हमने चर्चा की है और फैसला किया है कि अब इसे 10 हजार रुपये किया जाएगा.
राहुल गांधी ने कहा है कि जिस दिन कांग्रेस दिल्ली में सत्ता में आएगी. उसी दिन से ही जाति जनगणना पर काम शुरू कर दिया जाएगा. इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी सरकार बनने के बाद कांग्रेस पहले ही दिन से जातीय जनगणना शुरू करेगी. कर्नाटक और राजस्थान में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. जातीय जनगणना के बाद पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों की एक नई इबारत लिखी जाएगी. उनकी प्रगति और विकास के लिए बहुत से ऐतिहासिक कार्य शुरू किए जाएंगे.
राहुल गांधी के संबोधन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने एक्स “X” (पहले ट्विटर) पर लिखा है कि अगर कांग्रेस दोबारा सत्ता में आई तो डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीबों को 5 लाख की जगह 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिलेगी.