इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस'(I.N.D.I.A.) : की कोआर्डिनेशन कमेटी (समन्वय समिति) की पहली बैठक बुधवार (13 सितंबर) को होगी एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आवास पर . माना जा रहा है इस बैठक के एजेंडे में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सीट बंटवारे के फॉर्मूले और अभियान चलाने को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी.

कॉर्डिनेशन कमेटी में अलग-अलग विपक्षी दलों से 14 नेता शामिल हैं. समिति की बैठक शाम के समय एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर होगी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सीट-बंटवारे का फॉर्मूला जल्द ही तैयार करने की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ विपक्ष की और से एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जाए.

कैसे तय होगा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?

कई नेताओं का मानना है कि पार्टियों को इस तरह का फॉर्मूला को अमल में लाने के लिए अपने इगो (अहम) को, अपने स्वार्थों को छोड़ना होगा. ओर सीट शेयरिंग के लिए मापदंड क्या होगा, इसके लिए फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है, माना जा रहा है कि हाल के चुनाव नतीजों को देखते हुए हर सीट पर पार्टियों के प्रदर्शन पर गौर किया जाएगा.

मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि सीट बंटवारे के मुद्दे पर आज विचार किया जाएगा, भले ही इस बैठक में उसे फाइनल न किया जाए. सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी नेता भाजपा से मुकाबला करने के लिए चुनाव अभियान का व्यापक खर्च भी उठाएंगे.

AAP नेता राघव चड्ढा बोले- तीन चीजों को त्यागना ही होगा

बैठक से पहले समन्वय समिति (Coordination committee) के सदस्य और आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद नेता राघव चड्ढा ने कहा कि आम लोगों तक पहुंचने, साझा रैलियों का प्लान बनाने और घर-घर अभियान चलाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी, जो हर राज्य के लिए अलग-अलग होगा.

राघव चड्ढा ने यह भी कहा है कि इस गठबंधन को सफल बनाने के लिए इसमें शामिल सभी राजनीतिक दलों को तीन चीजों का त्याग करना ही होगा- महत्वाकांक्षा, मतभेद और मनभेद.

ये सभी नेता नहीं हो पाएंगे बैठक में शामिल

वही टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार (13 सितंबर) को ही पूछताछ के लिए बुलाया है, इसलिए वह बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे, तो वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह खराब स्वास्थ्य (Helth Issue) के कारण बैठक में शामिल नहीं होंगे, उनकी जगह जेडीयू नेता और बिहार के मंत्री संजय कुमार झा बैठक में शामिल होंगे. सीपीआई-एम ने अभी तक इस समिति के सदस्य के रूप में अपने किसी नेता को नामित (Nominated ) नहीं किया है और वह भी बैठक में उपस्थित नहीं रहेगी. सूत्रों के मुताबिक सीपीआई-एम के पोलित ब्यूरो की 16-17 सितंबर को होने वाली बैठक में गठबंधन में अपने सभी सदस्य को लेकर पार्टी फैसला लेगी.

I.N.D.I.A. की तीसरी मीटिंग के बाद क्य क्या कहा गया?

विपक्षी गठबंधन की जून में पटना में हुई पहली बैठक में फैसला लिया गया था कि प्रत्येक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार ही उतारा जाएगा. वहीं, मुंबई में हुई गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद 1 सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया था कि जहां तक संभव होगा पार्टियां साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेंगी और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे की व्यवस्था जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा.

किन- किन राज्यों का मामला सुलझा लिया गया है?

विपक्षी नेताओं के मुताबिक, तमिलनाडु , महाराष्ट्र और बिहार जैसे राज्यों का मामला सुलझा लिया गया है जबकि दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे अन्य राज्य के चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है.

बैठक में किन बातों पर भी किया जाएगा गौर

आने वाले दिनों में होने वाले अभियानों और रैलियों को अंतिम रूप देने पर भी बैठक का विशेष ध्यान रहेगा. इसके अलावा, समन्वय समिति यानी coordination committee के विभिन्न सब-ग्रुप जैसे कि कैंपेन कमेटी, वर्किंग ग्रुप ऑन मीडिया, रिसर्च एंड सोशल मीडिया ग्रुप की बैठकों में लिए गए निर्णयों पर सब नेता नजर रखेंगे. एक सूत्र ने बताया कि कब, कहां, कौन से अभियान होंगे और कार्यक्रम क्या होंगे, इस सब पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा और जल्द इस मामले पर अमल किया जाएगा.

 

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