खेल

90s Kids Games : 90 के दशक के बच्चों के लिए बचपन के दिन सचमुच खास थे। वो दिन जब मोबाइल फोन और स्मार्ट गैजेट्स नहीं थे और हम खेलों में अपनी खुशी खोजते थे। उस समय को याद करते हुए, हम उन खेलों की सूची लेकर आए हैं जो 90 के दशक के बच्चों के लिए खास हैं। तो, अगर आप भी उन दिनों को याद करना चाहते हैं, तो ये खेल आपको एक मजेदार यात्रा पर ले जाएंगे।

पुराने खेल 

1. पकड़ा-पकड़ी (Tag)  

यह एक क्लासिक खेल था जिसमें सिर्फ दो लोगों की जरूरत होती थी। एक ‘डेनर’ (जो पकड़ता है) होता और बाकी सभी को बचने की कोशिश करनी होती थी। जैसे ही कोई पकड़ा जाता, वह अगला ‘डेनर’ बन जाता।

2. साखली (Chain)  

यह पकड़ने का खेल और भी मजेदार होता था जब कई लोग मिलकर एक मानव श्रृंखला बनाते थे। जब एक ‘डेनर’ किसी को पकड़ता, तो वह दोनों हाथ मिलाकर दूसरे लोगों को पकड़ने की कोशिश करते थे। इससे खेल और भी चुनौतीपूर्ण बन जाता था।

3. भूमि और जल (Land and Water)  

यह पकड़ा-पकड़ी का एक रूप था, जो गलियों में खेला जाता था। नाली के ढक्कन को ‘सुरक्षित क्षेत्र’ माना जाता था, जहाँ गंदगी से बच सकते थे।

4. लंगड़ी (Hopscotch)  

सड़क पर चाक से बक्से बनाकर इस खेल को खेला जाता था। आपको बिना बाहर गए चाक के बक्सों में कूदना होता था। यह मांसपेशियों के समन्वय के लिए शानदार खेल था।

5. ताला और चाबी (Lock and Key)  

इस खेल में ‘डेनर’ को अपनी जगह पर ‘लॉक’ करना होता था, और बाकी खिलाड़ी उसे ‘चाबी’ देकर मुक्त करते थे। इसमें रचनात्मकता का पूरा इस्तेमाल होता था।

6. खो-खो / कबड्डी (Kho-Kho / Kabaddi)  

ये दोनों खेल भारतीय खेल हैं और हमें बचपन में काफी मजेदार लगते थे। चैंपियन बनने की बजाय, हम इन खेलों का आनंद लेने के लिए खेलते थे।

7. लुकाछिपी (Hide and Seek)  

यह खेल हमारे बचपन का पसंदीदा था। एक ‘डेनर’ ढूंढता था और बाकी सभी छिपते थे। कभी हम इसे मजेदार बनाने के लिए नए-नए तरीके भी अपनाते थे। जैसे “रुको!” या “पार्टी!” कहना।

8. घर-घर (House-House)  

यह एक ऐसा खेल था, जिसे हम अक्सर घर के अंदर खेलते थे। इसमें बच्चे घर के काम करते हुए, कभी डॉक्टर, कभी शिक्षक, कभी पिता या मां बनकर खेलते थे। यह एक मजेदार और रचनात्मक खेल था।

9. क्रिकेट (Cricket)  

खेल

बच्चे अक्सर बारिश में या किसी खाली मैदान में क्रिकेट खेलते थे। लड़के-लड़कियाँ सभी इस खेल का आनंद लेते थे, खासकर घर के पास किसी खाली जगह पर।

10. इनडोर गेम्स (Indoor Games)  

जब बाहर खेलना संभव नहीं होता था, तो हम लूडो, कैरम, स्नेक एंड लैडर जैसे खेलों में मस्ती करते थे। कभी-कभी हम कार्ड गेम्स जैसे ब्लफ और रम्मी भी खेलते थे।

ये थे वो खेल, जिन्होंने हमारी यादों में गहरी छाप छोड़ी। जब भी हम इन खेलों के बारे में सोचते हैं, तो बचपन की सारी मस्ती और खुशियाँ ताजा हो जाती हैं।

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