AVN News Desk Patna: देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के अध्यक्ष और बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी नई टीम घोषित कर दी है. इस नए नवेले टीम में पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह को जगह नहीं मिली है. वही राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है. तो वहीं के.सी त्यागी को राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता बनाया गया है.
बिहार में चल रहे राजनीतिक उठापटक और घमासान के बीच जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी की नई टीम घोषित कर दी है. इस टीम में जहां पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह को जगह नहीं मिली है तो वहीं केसी त्यागी को अहम जिम्मेदारियां भी सौंपी गई हैं. इस टीम में सभी पुराने नेताओं को तरजीह दी गई है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह को भी जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है.वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को अहम जिम्मेदारी
इसके अलावा वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी को राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ–साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक सलाहकार भी बनाया गया है. वही सांसद आलोक कुमार सुमन को फिर से कोषाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा मंगनी लाल मंडल, संजय झा, रामनाथ ठाकुर,अली अशरफ फातमी, कहकंशा परवीन, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, आफाक आलम, पिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान, इंजीनियर सुनील कुमार और रामसेवक सिंह को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है. वही पूर्व विधायक राजीव रंजन को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दिया था इस्तीफा
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही ललन सिंह यानी राजीव रंजन ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में तख्तापलट की काफी समय से सुगबुगाहट भी चल रही थी. राजधानी दिल्ली की बैठक में पहले से लिखी स्क्रिप्ट को फाइनल रूप दे दिया गया . दरअसल पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खासे एक्टिव भी थे. उन्होंने करीब एक दर्जन मंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात भी की थी. इन नेताओं से संगठन को लेकर काफी चर्चा भी की गई और उसके बाद बदलाव की तैयारी शुरू की गई थी.

वही जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने मीडिया से बातचीत में ललन सिंह (राजीव रंजन) और सीएम नीतीश कुमार के बीच मनमुटाव की अटकलों को सिरे से खारिज भी कर दिया था. उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार और ललन सिंह 48 साल से साथ में हैं. हम सब लोगों के साथ ड्राइविंग सीट पर नीतीश कुमार ही हैं. जदयू एकजुट है’. कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा था कि ललन सिंह की लालू यादव के साथ बढ़ती नजदीकियों के कारण ही नीतीश कुमार नाराज हैं और इसलिए उन्हें जेडीयू के अध्यक्ष पद से हटाया गया है.
