Delhi Pollution: राजधानी दिल्ली में स्थानीय कारकों के चलते प्रदूषण लगातार बना हुआ है। ऐसे में हवा की गति धीमी होने के चलते लगातार सातवें दिन भी हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। सुबह की शुरुआत धुंध और कोहरे की मोटी परत से हुई। स्मॉग की घनी चादर दिखाई दी जिसके चलते कई इलाकों में दृश्यता भी बेहद कम रही। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम फॉर दिल्ली के अनुसार, रविवार सुबह राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 366 दर्ज किया गया है।। यह हवा की बेहद खराब श्रेणी है।
इंडिया गेट और कर्तव्य पथ के आस-पास धुंध की एक परत दिखाई दी। सीपीसीबी के अनुसार, इलाके का एक्यूआई 363 दर्ज किया गया है, जिसे ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में रखा गया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि सोमवार तक हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार रहेगी। इसके चलते सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन, खांसी, खुजली, सिर दर्द जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
#WATCH | Delhi: Visuals from around India Gate and Kartavya Path as a layer of toxic smog blankets the city.
AQI (Air Quality Index) around the area is 363, categorised as 'Very Poor', as claimed by CPCB (Central Pollution Control Board). pic.twitter.com/C3ArHYodyo
— ANI (@ANI) December 22, 2025
वायु प्रदूषण नियमों के उल्लंघन पर दिल्ली एमसीडी ने 54.98 लाख रुपये के चालान किए
वायु प्रदूषण के खिलाफ अभियान में एमसीडी ने दिसंबर माह में बायोमास जलाने, निर्माण एवं विध्वंस (सीएंडडी) कचरे के अवैध डंपिंग और अन्य उल्लंघनों पर कार्रवाई की है। एमसीडी ने इस अवधि में 54.98 लाख रुपये के चालान जारी किए है। वहीं 34 अवैध जींस डाइंग इकाइयों को भी सील किया गया। एमसीडी के अनुसार, सीएंडडी कचरे के अवैध डंपिंग और वायु प्रदूषण फैलाने वाले अन्य मामलों में 7,023 चालान जारी किए गए, जिनकी राशि 43.26 लाख रुपये है। एक से 20 दिसंबर के बीच सभी 12 जोनों में 356 निगरानी टीमों को तैनात कर व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान एमसीडी ने 420 उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की, जिन पर करीब 11.72 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। निर्माण एवं विध्वंस गतिविधियों के उल्लंघन पर भी कार्रवाई की गई और 33.95 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। पिछले सप्ताह 34 अवैध जींस डाइंग इकाइयों को भी सील किया गया।
