झाझा विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर चुनावी माहौल में सराबोर है। तारीख तय हो गई है — 17 अक्टूबर 2025। इसी दिन जेडीयू और एनडीए गठबंधन के मजबूत उम्मीदवार दामोदर रावत अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
“NDA के तमाम साथियों से आह्वान है कि नामांकन सभा में उपस्थित होकर उत्साहवर्धन करें।”
झाझा के जनता के बीच गहरी पकड़
दामोदर रावत का नाम झाझा विधानसभा के लोगों के दिलों में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। उन्होंने हमेशा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में साथ दिया है। सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसे बुनियादी मुद्दों पर उनकी सक्रियता ही उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाती है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार उन पर भरोसा जताते आए हैं।
NDA का एकजुट चेहरा
पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान और अन्य सहयोगी नेताओं की तस्वीरें दिखाती हैं कि इस बार एनडीए पूरी मजबूती के साथ मैदान में उतर रही है। गठबंधन के सभी नेता एक सुर में कह रहे हैं कि झाझा की जनता विकास के साथ है और विकास का दूसरा नाम है — दामोदर रावत।
जनता में उत्साह
नामांकन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, झाझा की गलियों में जोश और उत्साह साफ दिखाई दे रहा है। समर्थक झंडा, बैनर और नारों के साथ गांव-गांव प्रचार में जुट गए हैं। युवा वर्ग भी इस बार दामोदर रावत के समर्थन में खुलकर सामने आया है।
जनता के नेता, जनता की आवाज़
दामोदर रावत सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि जनता के सच्चे साथी माने जाते हैं। उन्होंने हमेशा कहा है — “मेरी राजनीति का मकसद कुर्सी नहीं, सेवा है।” यही भाव उन्हें बार-बार जनता के दिलों में बसाता है।
17 अक्टूबर को जब वे नामांकन दाखिल करेंगे, तो झाझा का माहौल किसी त्योहार से कम नहीं होगा। एनडीए के झंडे लहराएंगे, नारे गूंजेंगे और जनता अपने नेता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी।
झाझा विधानसभा में जनता का विश्वास और नीतीश कुमार का भरोसा
झाझा विधानसभा में मुकाबला चाहे कितना भी कड़ा क्यों न हो, जनता का विश्वास और नीतीश कुमार का भरोसा दामोदर रावत को फिर एक बार जीत की ओर बढ़ाता नजर आ रहा है।

