Republic Day Parade : इस बार गणतंत्र दिवस काफी खास होने वाला है, क्योंकि इस बार हम अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने वाले हैं। इस बार परेड की टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है। आपको बता दें कि रिपब्लिक डे परेड इस बार सुबह 10.30 बजे से शुरू होगा।
रिपब्लिक डे परेड
रिपब्लिक डे परेड के बारे में 10 रोचक बातें
1. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि रिपब्लिक डे परेड अब कर्तव्य पथ पर आयोजित किया जाता है, जो पहले राजपथ के नाम से जाना जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि साल 1950 से 1954 तक राजपथ पर परेड आयोजित नहीं किया जाता था। उस वक्त परेड इरविन स्टेडियम (अब नेशनल स्टेडियम), किंग्सवे, लाल किला और रामलीला मैदान में आयोजित किया जाता था। आपको ये भी बता दें कि उस वक्त राजपथ को ही किंग्सवे के नाम से जाना जाता था।
2. भारत में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। उस वक्त रिपब्लिक डे परेड के पहले मुख्य अतिथि इंडोनेसिया के तत्कालीन राष्ट्रपति सुकर्णो थे। हालांकि, 1955 में जब राजपथ पर परेड आयोजित किया गया था तब पाकिस्तान के गवर्नर-जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद को आमंत्रित किया गया था।
3. 26 जनवरी के दिन 21 तोपों की सलामी दी जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दौरान 21 कैनन नहीं, बल्कि भारतीय सेना के 7-कैनन का इस्तेमाल किया जाता है। सबसे रोचक बात तो ये है कि ये फायरिंग राष्ट्रगान की टाइमिंग को मैच करते हुए की जाती है। पहली फायरिंग राष्ट्रगान के शुरू होने पर की जाती है और अंतिम फायरिंग 52 सेकेंड के बाद।
4. 26 जनवरी की परेड के रिहर्सल के लिए हर ग्रुप 12 किमी की दूरी तय करता है, जबकि 26 जनवरी के दिन केवल 9 किमी की दूरी तय की जाती है। ग्रुप की परफॉर्मेंस पर जजों की नजर रहती है और अंत में किसी एक ग्रुप को बेस्ट मार्चिंग ग्रुप से सम्मानित किया जाता है।
5. परेड में शामिल झांकियां लगभग 5 किमी/घंटा की गति से चलती हैं, ताकि लोग उन्हें अच्छी तरह से देख सकें। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन झांकियों के ड्राइवर इन्हें एक छोटी सी खिड़की से चलाते हैं।
6. इस समारोह का सबसे शानदार पल तब होता है जब फ्लाईपास्ट किया जाता है। इस बार के फ्लाईपास्ट में भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ-साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (MRTT) विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के दो राफेल विमान भाग लेंगे।
7. परेड में भाग लेने वाले सभी लोग रात 2 बजे तक तैयार हो जाते हैं और 3 बजे तक राजपथ पर पहुंच जाते हैं।
8. इस साल की परेड में रक्षा बलों की दो पूर्ण महिला टुकड़ियां शामिल होंगी, जिनमें 144 कर्मी शामिल होंगे। इनमें सेना से 60 और वायु सेना और नौसेना से अन्य शामिल होंगे।
9. पहला गणतंत्र दिवस परेड 1950 में मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हुआ था, जिसमें 100 से अधिक विमान और 3,000 भारतीय सैन्यकर्मी शामिल थे।
10. परेड में भाग लेने वालों को चार-स्तरीय जांच से गुजरना पड़ता है और उनके हथियारों की गहन जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे लाइव गोलियों या हथियारों से भरे हुए नहीं हैं।