Haryana becomes a gas chamber: हरियाणा, दिल्ली व इसके आसपास के इलाके में बढ़ते हुए प्रदूषण के चलते गैस चैंबर में बदल गए हैं। हवा की गति और दिशा में बदलाव से हरियाणा में पहली बार वायु की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई है। लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हो गए हैं। लोगों में आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत व गले में खराश की शिकायतें बढ़ गई हैं। रविवार को भी अधिकतर शहरों में सुबह के समय से धुंध की मोटी परत छाई रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम बहादुरगढ़ में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 445 दर्ज किया गया, जो इस सीजन में सर्वाधिक है। बहादुरगढ़ देश का सबसे प्रदूषित शहर भी रहा। बहादुरगढ़ से सटे दिल्ली में भी एक्यूआई 441 रहा। इनके अलावा भिवानी में भी पहली बार एक्यूआई 415 रिकॉर्ड किया गया और सात शहरों में यह स्तर 300 से अधिक रहा। वहीं, राज्य में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए चार जिलों में पांचवीं तक के स्कूल को तत्काल बंद करने के आदेश उपायुक्तों ने दिए हैं।
इन जिलों में पानीपत में दो दिन, सोनीपत में एक दिन, नूंह में 22 तक व रोहतक में बेमियाद समय तक स्कूल बंद रहेंगे। इन जिलों में बच्चों की कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी। कई जिलों में उपायुक्तों ने स्कूल बंद करने पर निर्णय लेने के लिए सोमवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई हैं।
तीन दिन से कोई राहत नहीं, बुधवार तक ऐसा ही रहेगा मौसम
शुक्रवार से प्रदेश में प्रदूषण स्तर उच्च स्तर पर चल रहा है। शुक्रवार व शनिवार को आठ शहरों का एक्यूआई 300 से अधिक था। शनिवार को देश का सबसे प्रदूषित शहर जींद (394) था। रविवार को इन शहरों की संख्या बढ़ गई। जहरीली हवा से फिलहाल राहत मिलने की भी उम्मीद नहीं है, क्योंकि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक अधिक प्रदूषण और धुंध की स्थिति जारी रहने की संभावना जताई है। सुबह और शाम स्थिति गंभीर हो सकती है। बुधवार को एक्यूआई अति गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है।
हरियाणा के इन सभी शहरों की हवा सांस लेने लायक नहीं
रविवार को बल्लभगढ़ 301, गुरुग्राम 310, हिसार 365, जींद 316, पानीपत 309, रोहतक 301 और सोनीपत 339 का एक्यूआई 300 पार हैं। जबकि एक दिन पूर्व गुरुग्राम में एक्यूआई 320, पानीपत 350, रोहतक में 339 और सोनीपत में 325 था।
प्रदूषण बढ़ने का कारण
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ पर्यावरण अभियंता संजीव बुद्धिराजा ने बताया कि मौसम में बदलाव व बढ़ते कोहरे के कारण प्रदूषण में अचानक वृद्धि दर्ज हुई है। कोहरे के साथ प्रदूषण के कण मिलकर स्मॉग में बदल रहे हैं। मौसम में नमी और हवा की गति में कमी के कारण हवा नहीं चल रही जिस कारण प्रदूषण बढ़ गया है। इस स्मॉग में ट्रांसपोर्ट, फैक्ट्री उद्योग, ईंट-भट्ठें, कंट्रक्शन व पराली का धुंआ शामिल है।
प्रदूषण पर सुप्रीम सुनवाई आज
सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के उपायों को लागू करने की मांग वाली याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ सुनवाई करेगी।