Delhi News: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. वही कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता मतीन अहमद ने आम आदमी पार्टी (AAP ) ज्वाइन कर ली है. वह कांग्रेस पार्टी से पांच बार के विधायक भी रहे हैं और उनका उस इलाके में काफ़ी पकड़ भी है. वही मतीन अहमद के बेटे और बहू पहले ही कांग्रेस छोड़कर AAP में शामिल हो चुके हैं.
मतीन अहमद सीलमपुर सीट से कांग्रेस पार्टी के 5 बार के विधायक रहे. वह 1993 से लेकर 2013 तक लगातार यहां से चुनाव जीतते रहे हैं. उनके बेटे चौधरी जुबैर और बहू शगुफ्ता चौधरी 29 अक्टूबर को ही आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं. उनकी बहू शगुफ्ता चौधरी दिल्ली की पार्षद हैं.
दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रहे है मतीन अहमद
मतीन अहमद दिल्ली वक्फ बोर्ड के दो बार चेयरमैन रह चुके है. जब 2004 में कांग्रेस नेता हारुन यूसुफ का कार्यकाल खत्म हुआ, तब उसके बाद से मतीन अहमद को अध्यक्ष बनाया गया और फिर दूसरी बार 2009 में भी वो दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रहे थे. इसके अलावा कांग्रेस की सरकार में उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली थी.
सीलमपुर में मजबूत हुई आम आदमी पार्टी
मतीन अहमद को सीलमपुर इलाके में काफी लोकप्रिय चेहरा माना जाता है. यहां 2015 और 2020 के चुनावों में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार का मुकाबला काफी कड़ा और दिलचस्प माना जा रहा था, जिससे पहले आम आदमी पार्टी की ओर से एक बड़ा दांव चला गया है. वही मतीन अहमद के पार्टी में शामिल होने से AAP की ताकत सीलमपुर में काफी बढ़ी है. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि मतीन फैमिली के पार्टी में शामिल होने से कई मुस्लिम नेता नाराज भी हैं. खैर अब देखना यह होगा कि कांग्रेस यहां से किस चेहरे को उतारती है. ओर आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में क्या रणनीति बनाती है.