कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश का अधिकांश हिस्सा बाढ़-बारिश से त्राहिमाम -त्राहिमाम कर रहा है। वही हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भूस्खलन की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह अन्य अभी भी लापता बताया जा रहा हैं। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले में भूस्खलन की घटना में पांच लोग घायल भी हो गए।
भूस्खलन से यातायात बाधित
वहीं, अरुणाचल प्रदेश में भी पांच जगहों पर भूस्खलन (Landslide) के कारण यातायात बुरी तरह बाधित हो गया है। कुल्लू जिला मुख्यालय में गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे इनर अखाड़ा बाजार में दो घर मठ क्षेत्र में भूस्खलन की चपेट में आ गए है। मलबे में दबे 10 लोगों में से तीन को बचा लिया गया। लेकिन एक की मौत हो गई और एक महिला समेत छह लोग अभी लापता (Missing) है। एक दिन पहले भी यहां हुए भूस्खलन (Landslide) के बाद से दो लोग लापता हैं।
कश्मीर के किश्तवाड़ में भूस्खलन
उधर, किश्तवाड़ में रटले जल विद्युत परियोजना स्थल द्राबशाल्ला में भूस्खलन (Landslide) के कारण पांच लोग मलबे में दब गए है। नागरिक प्रशासन, पुलिस और रेड क्रॉस टीम ने तत्काल (Immediately) बचाव अभियान चलाकर उन्हें बचा लिया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तरांखड, राजस्थान से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक हर जगह हालात पूरे बिगड़े हुए हैं। नदियां ऊफान और अपना रौद्र रूप दिखा रही हैं और जगह-जगह जमीन धसकने (Landslide) जैसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं।

अमृतसर और गुरदासपुर में कृषि मंत्री का दौरा
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को हालात का जायजा लेने अमृतसर और गुरदासपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब में हालात एकदम जल प्रलय जैसे हैं। संकट की इस घड़ी में केंद्र राज्य के साथ खड़ा है। इस बीच, पंजाब और हरियाणा के अधिकांश इलाके बृहस्पतिवार को बारिश से बेहाल रहे। चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटों के दौरान 20.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पूरे देश में अभी जारी रहेगा बारिश का दौर
वही,मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तरांखड, राजस्थान से लेकर पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत तक अधिकांश हिस्सों के लिए शुक्रवार को ऑरेंज या यलो अलर्ट जारी कर रखा है। वही गुजरात, कच्छ, सौराष्ट्र में तो 7 सितंबर तक का रेड अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान और उत्तराखंड के कई हिस्सों में भी 8 सितंबर तक भारी बारिश का अनुमान है।
पाकिस्तान से लगती सीमा पर बाड़ क्षतिग्रस्त
जम्मू और पंजाब के अग्रिम इलाकों में बाढ़ के कारण पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर करीब 110 किलोमीटर से ज्यादा लंबी बाड़ क्षतिग्रस्त (Damaged) हो गई। इसके अलावा बीएसएफ (BSF) की 90 चौकियां भी जलमग्न (Submerged) हो गई हैं।