Avn News Health Desk : प्लास्टिक के डब्बे में भोजन को माइक्रोवेव ओवन में पकाने के लाखों लोगों की रोज़मर्रा की आदत है, लेकिन यह आम बात है कि इससे हमारे स्वास्थ्य को कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, ऐसा करने से बांझपन, मधुमेह, मोटापा, और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। यह नहीं, इससे उच्च रक्तचाप और प्रजनन क्षमता में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। माइक्रोवेव ओवन में प्लास्टिक के संपर्क से रसायनिक पदार्थों के निकलने के कारण इसे बहुत सावधानीपूर्वक और सुधारित तरीके से उपयोग करना चाहिए।
जानिए किन किन बीमारियों के हो सकते हैं आप शिकार
प्लास्टिक के बर्तनों का सामान्य लगना हो सकता है, लेकिन इससे हमारे स्वास्थ्य को कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इन बर्तनों को बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायन बिस्फेनोल ए (हाइड्रोक्लोरिक एसिड जैसे एसिड उत्प्रेरक का उपयोग करके फिनोल और प्रोपेनोन (एसीटोन) के बीच संघनन प्रतिक्रिया द्वारा बनाया जाता है।) का सीधा संबंध बांझपन, हार्मोनल बदलाव और कैंसर जैसी समस्याओं से हो सकता है। इसके साथ ही, प्लास्टिक में पाए जाने वाले कैंसरकारी तत्व भी हमें खतरा दिखा सकते हैं।
जब इन प्लास्टिक बर्तनों में भोजन को रखकर माइक्रोवेव ओवन में पकाते हैं, तो उनमें मौजूद रसायनिक घटक ओवन की गर्मी से हमारे खाने में मिल सकते हैं। गरम होने पर यह रसायन खाद्य से मिलकर हमारी सेहत को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
माइक्रोवेव से कैसे रखे सावधानी
इसके अलावा, अनेक शोधों ने दिखाया है कि माइक्रोवेव के इस्तेमाल करते समय हानिकारक विकिरण निकल सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हमें उचित सावधानी बरतनी चाहिए। इससे पहले कि हम बर्तनों को माइक्रोवेव में इस्तेमाल करें, हमें सुनिश्चित होना चाहिए कि वे सुरक्षित हैं और इसका इस्तेमाल हमारी सेहत के लिए सुरक्षित है।
आप मैक्रोवेव में एल्युमिनियम से बने बर्तनों का प्रयोग कर सकते हैं। – सामान्य माइक्रोवेव में आप माइक्रोवेव प्रूफ प्लास्टिक का भी प्रयोग कर सकती हैं। – सूखी वस्तुओं को पकाने के लिए सदैव माइक्रोवेव प्रूफ काँच के बर्तनों का ही प्रयोग करें।