Heart Attack in winter: सर्दियों में क्यों बढ़ता है “हार्ट अटैक” का खतरा, ऐसे रखें अपना ख्याल..
Heart Attack in winter : सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है। इस भागदौड़ की जिंदगी में लोगों का खानपान, नींद पूरी न होना और नशे की आदत ने लोगों के सेहत पर बहुत बुरा असर डाल रही है। ऐसे में सीने में भारीपन होने की आशंका बनी रहती है। जिसके कारण हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसके लिए आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि, सर्दी में हार्ट अटैक के मामले तेजी से सामने आते है। इसके लिए आप चाहे, तो घरेलू उपचार कर अपने सेहत पर ध्यान दे सकते हैं।
लहसुन का करे सेवन
सीने में भारीपन महसूस होने पर आपके लिए लहसुन का सेवन करना काफी हेल्दी साबित हो सकता है। क्योंकि, लहसुन में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण छाती में होने वाली जकड़न को कम कर सकता है। आप लहसुन को सुबह उठकर गुनगुने पानी के साथ लें। इससे काफी हद तक आपको आराम मिल सकता है।
तुलसी के पत्तों का काढ़ा पिएं
सीने में होने वाली भारीपन की शिकायत को कम करने के लिए आपको तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने से काफी लाभ मिल सकता है। क्योंकि, तुलसी के पत्तों में विटामिन और मैग्नीशियम पाया जाता है, तुलसी के पत्ते को सुबह चबाने से भी आपको काफी फायदा हो सकता है।
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अदरक और गुड़ का सेवन करें
सुबह के समय सीने में होने वाली भारीपन की शिकायत को दूर करने के लिए आप अदरक और गुड़ का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि, अदरक में सूजन रोधी गुण होता है। वहीं, गुड़ भी आयरन का अच्छा सोर्स हैं। इस मिश्रण के सेवन से गैस्ट्रिक की परेशानी कम हो सकती है। साथ ही सीने में होने वाली दर्द की परेशानी कम हो सकती है।
गर्म पानी का सेवन करें
अगर आपको अक्सर सीने में दर्द की शिकायत होती है, तो इस स्थिति में आप रोजाना सुबह गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं। यह सीने में होने वाली बलगम की परेशानी को कम कर सकता है। इसके अलावा आप हर्बल टी, अजवाइन का पानी, सौंफ का पानी इत्यादि का भी सेवन कर सकते हैं।
रोजाना भाप लेना बेहतर विकल्प
सीने में भारीपन की परेशानी को कम करने के लिए रोजाना भाप लेना, आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके लिए पानी को 42 से 45 डिग्री तापमान पर गर्म करें, अब इस गर्म पानी से करीब 20 मिनट के लिए स्टीम लें। इससे सीने में होने वाली जकड़न की परेशानी कम हो सकती है।
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क्यों बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले?
भारत में पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक से हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसका मुख्य कारण है, लोगों के बदलते लाइफ स्टाइल व जीवन शेली और गलत खानपान कि आदतें उन्हें मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और खराब कॉलेस्ट्रॉल जैसी कई बीमारियों को जन्म देती है, जो बाद में चलकर हृदय रोग व हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती है। कुछ समय से हार्ट अटैक के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है और चौंकाने वाली बात यह है कि इस बीमारी में ज्यादातर युवा लोग ही चपेट में आ रहे हैं।
इंडियन हार्ट एसोसिएशन के आधार पर युवाओं में हार्ट अटैक के मामले तेज़ी बढ़ रहे हैं, खास कर महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों में 50 फीसद और 40 वर्ष से कम उम्र के 40 फीसद लोगों में हार्ट की बीमारी या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है।
हार्ट अटैक के लक्षण क्या है?
- सीने में दर्द या भारीपन महसूस होना
- सीने में दर्द के बाद उल्टियां होना
- ब्लॉटिंग या मतली
- जबडों में दर्द होना
- गर्दन, या पीठ में दर्द
- अचानक पसीना आना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- धड़कन का अनियमित होना
- पैरों में दर्द बने रहना
- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
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