बॉलीवुड के दिग्गज कॉमेडियन और अभिनेता असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी मृत्यु की खबर ने पूरे फिल्म जगत और फैंस को झकझोर कर रख दिया है। जो शख्स दशकों तक अपने अभिनय और हंसी से लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाता रहा, आज वही शख्स सबको रुलाकर चला गया।
दिल को छू जाने वाली बात यह रही कि असरानी ने कुछ घंटे पहले ही दिवाली की शुभकामनाएं दी थीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर मुस्कुराते हुए कहा था कि “रोशनी और खुशियों का त्योहार सबके जीवन में सुख लाए।” किसी ने सोचा भी नहीं था कि यही उनकी आखिरी पोस्ट बन जाएगी।
सिनेमा का वो चेहरा, जो हर किरदार में जिंदा रहा
असरानी ने करीब पाँच दशकों तक हिंदी सिनेमा को अपनी हंसी और अदाकारी से सजाया। “शोले” फिल्म का उनका मशहूर संवाद “हम अंग्रेजों के ज़माने के जेलर हैं” आज भी लोगों की जुबान पर है। उनकी टाइमिंग, चेहरे के भाव और सादगी भरी कॉमेडी ने उन्हें हर उम्र के दर्शकों के दिल में बसाया।
उन्होंने राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र से लेकर गोविंदा तक सभी पीढ़ियों के साथ काम किया। असरानी सिर्फ कॉमेडियन नहीं, बल्कि एक बहुआयामी कलाकार थे—जो अभिनय, निर्देशन और लेखन—हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ गए।
फैंस की आंखों में नमी, सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़
असरानी के निधन की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर उनके चाहने वालों ने भावुक श्रद्धांजलियां दीं। कई लोगों ने लिखा
“बचपन की हंसी की यादें असरानी जी की वजह से हैं, अब वो यादें ही रह गईं।”
सेलिब्रिटी से लेकर आम लोग तक, सबने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि असरानी जैसे कलाकार दोबारा नहीं मिल सकते।
अंतिम संस्कार में उमड़ा बॉलीवुड से जनसैलाब
उनका अंतिम संस्कार मुंबई में संपन्न हुआ, जहां फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों ने पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दी। आंखों में आंसू और दिल में भारीपन लिए हर कोई यही कह रहा था—
“आपने हमें हंसाया बहुत, लेकिन आज रुला गए असरानी साहब…”
यादों में रहेंगे असरानी
असरानी ने सिखाया कि कॉमेडी सिर्फ मज़ाक नहीं, बल्कि एक कला है जो दिलों को जोड़ती है।
आज जब वो नहीं हैं, तो उनकी हंसी, उनकी आवाज़ और उनका अभिनय हमेशा सिनेमा के इतिहास में जिंदा रहेगा।
असरानी जी, आप चले गए, लेकिन आपकी मुस्कान हमेशा हमारे साथ रहेगी।
श्रद्धांजलि ..

