Arunachal Pradesh Facts : अरुणाचल प्रदेश एक राज्य जिसकी स्थापना 20 फरवरी 1987 को हुई जिसे “सुबह की जमीन” कहा जाता है यह भारत का एक अद्भुत राज्य है जहां सूरज सुबह 4:30 बजे उगता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता इसे खास बनाती है। चलिए जानते हैं इस अद्भुत राज्य के बारे में कुछ खास बातें!
अरुणाचल प्रदेश
1. 30 भाषाओं का संगम
अरुणाचल प्रदेश में 30 अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं, जैसे वांचो, तागिन और डाफिया। इस राज्य की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, और यहां कुछ लोग चीनी भाषा भी बोलते हैं क्योंकि यह राज्य चीन की सीमा से जुड़ा हुआ है।
2. सबसे लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा
अरुणाचल प्रदेश की सीमा 1603 किलोमीटर लंबी है, जो चीन, म्यानमार और भूटान से जुड़ी हुई है। यहां की मिश्रित संस्कृति के कारण विविध भाषाओं का चलन है।
3. टूरिज्म के लिए परफेक्ट गंतव्य
80% इलाका जंगलों से घिरा हुआ है और सर्दियों में बर्फ से ढंक जाता है। यहां की ताजगी और शांत वातावरण, खासकर स्वच्छ हवा, इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाती है।
4. Tawang – एक ऐतिहासिक स्थल
Tawang में स्थित 400 साल पुरानी Tawang मॉनेस्ट्री दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बौद्ध मॉनेस्ट्री है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक अहमियत के लिए प्रसिद्ध है।
5. नॉर्थ ईस्ट में बड़ा राज्य
अरुणाचल प्रदेश नॉर्थ ईस्ट का सबसे बड़ा राज्य है, जो 83,743 स्क्वेयर किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां की खूबसूरत वादियों और साफ रास्तों के कारण इसे भारत का स्विट्जरलैंड या फिनलैंड भी कहा जाता है।
6. वन्यजीवों की विविधता
अरुणाचल प्रदेश में 200 से ज्यादा स्तनधारी प्रजातियां पाई जाती हैं, जो भारत के अन्य हिस्सों में नहीं मिलतीं।
7. खास परमिट की आवश्यकता
यहां आने के लिए भारतीय और विदेशी पर्यटकों को विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, ताकि वन्यजीवों और प्रजातियों का संरक्षण किया जा सके।
8. जनजातियों की विविधता
यहां 26 प्रमुख जनजातियां और 100 से ज्यादा छोटी जनजातियां पाई जाती हैं, जो राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को और भी अधिक रंगीन बनाती हैं।
9. भारत का सबसे लंबा नदी वाला ब्रिज
ढोला-सादिया ब्रिज, जो ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है, भारत का सबसे लंबा नदी पर बना ब्रिज है। यह 9.15 किलोमीटर लंबा है और एक शानदार पिकनिक स्पॉट है।
10. कृष्ण और रुकमणी की लोककथा

अरुणाचल प्रदेश के Malinthan मंदिर से जुड़ी एक लोककथा के अनुसार, कृष्ण और रुकमणी द्वारका जाते समय यहां विश्राम किया था। यह मंदिर 10वीं सदी का है।
अरुणाचल प्रदेश: एक अविस्मरणीय अनुभव अरुणाचल प्रदेश अपनी अनोखी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर के कारण एक आदर्श पर्यटन स्थल है। यहां की यात्रा आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हो सकती है।