स्टॉक स्प्लिट

What is Stock Split : स्टॉक स्प्लिट का मतलब है, जब कोई कंपनी अपने शेयरों को छोटे हिस्सों में बाँट देती है। यह तब होता है जब किसी कंपनी के शेयर बहुत महंगे हो जाते हैं और छोटे निवेशक उन शेयरों में निवेश नहीं कर पाते। ऐसे में कंपनी शेयरों की कीमत घटाने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्टॉक स्प्लिट का विकल्प अपनाती है।

 स्टॉक स्प्लिट

शेयरधारकों पर असर  

अगर कंपनी अपने शेयरों को दो हिस्सों में बाँटती है, तो शेयरधारकों को हर एक शेयर के बदले एक और अतिरिक्त शेयर मिलता है। इससे उनके पास शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाती है, लेकिन शेयरों का मूल्य आधा हो जाता है। इसका मतलब यह कि निवेश की कुल वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ता।

कंपनी पर असर  

स्टॉक स्प्लिट के बाद कंपनी के शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन इसका कंपनी के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन पर कोई असर नहीं पड़ता। हालांकि, कंपनी के शेयर ज्यादा लिक्विड हो जाते हैं, यानी अब इन्हें खरीदना और बेचना आसान हो जाता है। स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर दोनों अलग-अलग चीजें होती हैं।

छोटे निवेशकों के लिए लाभ

स्टॉक स्प्लिट  

जब शेयरों की कीमत घट जाती है, तो छोटे निवेशकों के लिए उन शेयरों में निवेश करना आसान हो जाता है। इसके कारण शेयरों की मांग बढ़ जाती है, और कभी-कभी स्प्लिट के बाद उस कंपनी के शेयरों में थोड़ी तेजी देखने को मिलती है।

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