कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन के नए नक्शे (Map) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “मैं वर्षों से कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कहा है कि लद्दाख (Ladakh) में एक इंच जमीन नहीं गई, ये सरासर झूठ है. पूरा लद्दाख (Ladakh) जानता है कि चीन (Chaina) ने हमारी जमीन हड़प ली है.”
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, “मैप की बात बड़ी गंभीर है, लेकिन इन्होंने (चीन) जमीन तो ले ही ली है. उस बारे में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ कहना चाहिए
चीन का क्या है दावा?
चीन ने 28 अगस्त को अपने स्टैंडर्ड मैप (Standard map) के 2023 संस्करण को जारी किया था. इसमें भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) और अक्साई चीन (Aksai Chin) को अपना क्षेत्र बताया है. इसके साथ ही ताइवान (Taiwan) और दक्षिणी चीन (Southern china) सागर पर दावे समेत अन्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
भारतीय क्षेत्र (Indian Territory) पर चीन के दावों का भारत ने कड़ा विरोध जताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Ministry of External Affairs Spokesperson Arindam Bagchi) ने कहा कि “हमने चीन के तथाकथित स्टैंडर्ड मैप (So called standard map) पर डिप्लोमेटिक चैनल के माध्यम से विरोध दर्ज कराया है, जो भारत के क्षेत्र पर दावा करता है. हम इन दावों को खारिज (Claims rejected) करते हैं क्योंकि इनका कोई आधार नहीं है. ऐसे कदम केवल चीनी पक्ष के सीमा प्रश्न के समाधान को जटिल (Complicated) बनाएंगे.”
विदेश मंत्री जयशंकर बोले- चीन को बेतुके दावे करने की आदत
मामले पर भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने एनडीटीवी (NDTV) से कहा कि जो क्षेत्र उसके नहीं हैं, उसे भी अपना बताने की चीन की पुरानी आदत है. भारत के कुछ हिस्सों के साथ नक्शा (Map) जारी करने से कुछ भी नहीं बदलेगा. हमारी सरकार इस बारे में स्पष्ट (Clear) है. बेतुके दावे (Absurd claims) करने से दूसरे का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता है.
- चाइना को हमेशा लगता है कि एशिया मैं सब कंट्री मैं उसका कुछ न कुछ हिस्सा है ,जैसे आप ने गांव मैं देखा होगा थोड़ा दबंग टाइप के लोग होते है और उनको डरा के जमीन पर कब्ज़ा कर लेंगे चाइना भी कुछ इसी तरह के मानसिकता रखती है। ये न्यू भारत है जहा भारत के हर देश वासी जवाब देना जानती है.